अक्सर ये कहा जाता हे कि स्कुलो - कोलेजोमे छात्र उपस्थित नही रहते इसलिये छात्रो के लिए उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिऐ .मेरी समझ मे छात्रो कि नही शिक्षको कि उपस्थिति अनिवार्य किये जाने के पर्यास होने चहिए बेइमानी भरा तर्क हे कि --छात्र कक्षाओ मे नही आते क्या कोई दूकानदार ये तर्क देता हे कि चुकी ग्राहक नही आ रहे इसलिये मे दुकान पर नही रहूंगा .अगर छात्रो के ना आने पर अध्यापको को वेतन ना मिले तो --वो निजी स्कुलो के तरह मजबूर हो जायेंगे ।
2 टिप्पणियां:
wah wah!
plss talk about students only... teachers can take leave anytime if they wish so!
wah wah!
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