अहमदाबाद में ट्रेफिक रूल्स देखने को नहीं मिले.चोराहो पर लोग मनमर्जी से गाड़िया निकलते हे और ट्रेफ्फिक जम होता रहता हे.में शिकयत नहीं कर रहा हु.यहाँ पर इतना ट्रेफ्फिक नहीं हे पर फिर भी एक इन्दोर जबलपुर जयपुर जेसे बड़े शर के बराबर व उनसे बड़े शहर में लचर ट्रेफ्फिक व्यस्था का होना गले नहीं उतारा.
1 टिप्पणी:
aap ke is blog ki jankaari abhi-abhi mili hai bahut achha laga hai.baad me vistaar se padh kar tippari karunga.mujhe hindi me mangal font ya transliterate karke likhne nahi aa raha hai, jaankaari hone ke baad vistaar se likhunga.
ajay mishra, Jhalawar
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