6/22/2007

शेर

Mushkilo se bhag jana aasan hota hai,Har mod par jindgi ka imtahan hota hai,Darne walo ko kuch milta nahi Zindgi mai,Ladne walo k pairo mai Jahan hota hai....

हँसी

वो क्या किसी के होंठो को बाँटेगा कहकहे,घर में भी जिसने बच्चों को हँसने नहीं दिया।

साथ

तेरा कोई साथ ना दे तो खुद से प्रीत जोड़ ले,बिछौना धरती को करके अरे! आसमान ओढ ले

ज़िन्दगी

कुलबुलाती चेतना के लियेसारी सृष्टि निर्जनऔर....कोई जगह ऐसी नहींसपने जहाँ रख दूँ!दृष्टि के पथ में तिमिर हैऔ' हृदय में छटपटाहटजिन्दगी आखिर कहाँ पर फेंक दूँ मैंकहाँ रख दूँ?~~~~~~कवि दुष्यंत कुमार